19 नवंबर, 2011

भारत की विडंबना ...

ये इस देश की विडंबना है या श्राप की ये हमेशा से लुटता रहा है और आगे भी लुटता रहेगा, सालों साल मुगलों ने लूटा फिर अंग्रेजों की बारी आई और उसके बाद आज तक इसे इसके अपने बच्चे लूट रहे हैं, हर वर्ग में, हर रूप में, कभी राष्ट्र पिता बन कर तो कभी राष्ट्र माता बन कर, कभी नेता बन कर जो की इस देश के सूत्र धार भी हैं और कभी अभिनेता बन कर जो की वास्तविक जीवन में भी अपना पर्दे का चरित्र निभाते हैं,
आज अन्ना भी सोचते होंगे की मैने ये क्या पंगा ले लिया, किस किस को सुधारूं , खाली भरष्टाचार को मिटाने से क्या होगा और मिटेगा भी कैसे? जब तक इस देश का लचर क़ानून है और खुद उस क़ानून को बनाने वाले भरष्ट हैं तो फिर उम्मीद किससे? राजनीती भरष्ट है, राजनेता भरष्ट हैं, क़ानून भरष्ट है, व्यवस्था भरष्ट है, आम आदमी भी तो भरष्ट है, फिर कोन बदलेगा और किसके लिए बदलेगा? राजनेतिक दल भी मौका परस्त हैं, किसी की तरफ भी डोल जाते हैं जैसे बे पेंदी का लोटा, अन्ना ने संघर्ष किया और कर रहे हैं तो उन पर कहा गया की वो भारतीय जनता पार्टी के है या स्वयं सेवक संघ के हैं और तो और विदेशी ताकत तक उनके पीछे है और इन दलों ने इस बात का फायदा भी खूब उठाया सिर्फ इसीलिए की वो कांग्रेस पार्टी के खिलाफ एक आन्दोलन चला रहे हैं लेकिन वो भूल गए की उनका आन्दोलन किसी पार्टी के लिए या उसके खिलाफ नहीं है बल्कि उनके बनाये हुए और पाले हुए भरष्टाचार के खिलाफ है ये बात एक आम आदमी समझता है लेकिन ये नेताजी नहीं समझते, क्यूंकि ज़्यादातर तो इसका फायदा उठाना चाहते हैं...
अभी भारतीय जनता पार्टी की एक नेताजी ने ये कहा की हम काम कब और कैसे करैं क्यूंकि हमे तो अडवानी जी की रथ यात्रा के लिए हर नेता को कम से कम २५० लोग जोडने हैं, जी हाँ वही अडवानी जी जो अन्ना का साथ रखने का दम भरते हैं पर खुद येदुरप्पा और रेड्डी बंधू को पालते हैं, यहाँ तक की उनकी सरकार के नेताजी तो सेना की आपूर्ति में भी पहले अपना इंतजाम करते हैं.
कांग्रेस पार्टी के लोग तो अब सरेआम गुंडागर्दी करने लगे हैं, वो कहते हैं की हम इस देश को अपने दम पर और अपनी मर्ज़ी से चलाएंगे और कोई कुछ नहीं बोलेगा जो बोलेगा उसके पीछे सीबीआई , सी आई डी, इन्कोमे टैक्स और बाकी सभी डिपार्टमेंट लगा देंगे और जो सामने आएगा उसे सरेआम खुद भी पीटेंगे और पोलिसे से भी पिट्वएंगे इस पार्टी से अपने देश की महंगाई और अर्थ्वाव्यस्था संभल नहीं रही है और यूरोप को बेलआउट देना चाहते हैं, सरकारी एयर इंडिया के करमचारियों को तनख्वा भी नहीं मिल रही और सरकार किन्गफिशेर को सहारा देना चाहती है, और इसका सारा दारोमदार श्री प्रफुल्ल पटेल पर है जो उड्डयन मंत्री होते हुए अपनी दोस्ती निभा रहे थे और प्राइवेट एयरलाइन को फायदा दे रहे थे, सभी फायदे वाले रूट पर ये चलेंगी और नुकसान वाले पर एयर इंडिया  और इन सब बातों से हमारे प्रधान मंत्री जी बेखबर हैं, वो तो बात तक करते हुए ऐसे लगते हैं की वो बात करना नहीं चाहते, अभी इंडोनेसिया में बराक ओबामा से बात करते हुए भी उनसे नज़रें नहीं मिला पा रहे थे क्यूंकि ये जो आत्मविश्वास की कमी है ये वो सभी जगह दिखाते हैं...
मैं शायाद मार्ग से भटक गया, मैं तो यहाँ शायद पार्टियों की गुंडा गर्दी के लिए लिख रहा था नहीं भरष्टाचार के लिए लिख रहा था नहीं शायद अन्ना भी आये थे कहीं ...पर कोई भी आये और कुछ भी हो इश देश मैं सब गुंडे हैं चाहे वो भारतीय जनता पार्टी हो , कांग्रेस हो , बहुजन समाज पार्टी हो , समाजवादी पार्टी हो , डी ऍम के हो या और कोई भी जिसको भी मोका मिला या मिलेगा वो इश देश का सबसे बड़ा गुंडा बन जाएगा और फिर इस देश को लूटेगा और हम भी और अन्ना भी इसे हमेशा की तरह देखते ही रहेंगे ...
भारत माता की जय, भगवान् भारत माता की रक्षा करना पर शायद भगवन भी कहाँ से करंगे ये तो खुद लुट जाते हैं यहाँ .....