कुछ लोगों को #कांग्रेस को लेकर एक भ्रम है, ये आज की कांग्रेस की तुलना उस #नेहरू #गांधीकी कांग्रेस से करते हैं जिसने #आज़ादी की लड़ाई लड़ी, किन्तु इस फर्क को भी समझना जरूरी है कि 1969 में #इंदिरागांधी को मूल कांग्रेस से बाहर निकाल दिया गया था जिसके बाद इंदिरा ने कांग्रेस (आई) का गठन किया था, असली और पुरानी कांग्रेस पार्टी ने तो 1977 में #जनसंघमें विलय कर लिया था जो आज की #भाजपा है, तो परोक्ष रूप से भाजपा भी आज़ादी की लड़ाई में अपने अस्तित्व से पहले ही भागीदार रही है और कांग्रेस (आई) नही... इसका उदाहरण आप यूं भी समझ सकते हैं कि यदि आप मे से किसी कांग्रेसी महानुभाव ने कभी कांग्रेस के अपने #संस्थापक सदस्यों दादा भाई #नौरोजी, ऐ ओ #ह्यूम या फिर #दिनशावाचा की कोई फ़ोटो देखी व इनके संदर्भ में कोई आयोजन देखा कभी ? कांग्रेस पार्टी मूलतः कोई #राजनीतिक पार्टी के रूप में स्थापित नही हुई थी, ये कुछ कुलीन वर्ग के लोगों का संगठन था जो 1857 की क्रांति के बाद #ब्रिटिश सरकार की नीतियों को देश की जनता के समक्ष रख सके एवं भारत को ब्रिटिश उपनिवेश के अंतर्गत बनाये रखने में सक्षम हो। और उस कांग्रेस पार्टी का उद्देश्य ही ब्रिटिश राज के अंतर्गत ही स्वशासन करना था ना कि पूर्ण #स्वराज्य और यही से कांग्रेस में पहला #विभाजन शुरू हुआ था...