आप देश की 130 करोड़ आबादी का हिस्सा हैं, अगर पूछा जाए कि कभी किसी भी सर्वे में हिस्सा लिया है तो लगभग 99% लोग कहेंगे कि नही, तो फिर ये चुनावो के पूर्वानुमान, सर्वश्रेष्ठ नेता, सुरक्षा या असुरक्षा पर डेटा कहाँ से लिया जाता है ? अभी थॉमसन रायटर्स फाउंडेशन ने भी 130 करोड़ लोगों में से लगभग 500 लोगो का एक सर्वे किया और उसके मुताबिक भारत दुनिया मे महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित है, हो सकता है इन 500 महिलाओं में सोनिया गांधी,प्रियंका चतुर्वेदी, किरण राव, अरुंधति राय, वृंदा करात, रंजना कुमारी सरीखी महिलायें हो, दरअसल मोदी जे के NGO को होने वाली विदेशी फंडिंग बंद करने के कारण अब इनकी दुकान बंद होने के कगार पर हैं, इसलिए अचानक कुछ ऐसी संस्थायें जो इन NGO से प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से जुड़ी होती है वो एक अस्थिरता का माहौल बनाने के लिए सक्रिय हो जाती हैं, आज अमेरिका की UN में एम्बेसडर निक्की हेली भी भारत आ रही हैं और उनके एजेंडा में भी कुछ NGO से मिलना शामिल है, दरअसल आने वाला समय देश के लिए बहुत बड़े पैमाने पर भ्रम फैलाने वाला है, अस्थिरता का माहौल बनाया जा रहा है कि आने वाले चुनावों में देश मे बनी विपरीत परिस्तिथियों के अनुसार माहौल बनाया जा सके, भारत में महिलाएं असुरक्षित, दलित असुरक्षित, अल्पसंख्यक असुरक्षित, कश्मीरी असुरक्षित, असल में सबसे ज़्यादा असुरक्षित देश के कुछ तथाकथित पत्रकार है, बावजूद इसके इन "सच्चे" पत्रकारों ने विदेशों में छपी हर भारत विरोधी एजेंडा वाली रिपोर्ट को सच साबित करने में जान की बाज़ी लगा रखी है, विवेक से काम लीजिए और सोचिए कि हम सोशल मीडिया में फैलने वाली सभी अच्छी बुरी बातों को बिना जांचे परखे उनका अंधानुकरण करते है जो हमारे भविष्य के लिए घातक है...