बधाई, हम दुनिया का चौथा सबसे शक्तिशाली देश बन गए हैं, युद्ध के तीनों आयामों से आगे चलते हुए भारत ने अंतरिक्ष युद्ध मे भी अपनी मारक क्षमता का सटीक परिचय दे दिया है, हमारी A-SET मिसाइल अंतरिक्ष में 300 किलोमीटर ऊपर किसी भी जासूसी उपग्रह को तबाह कर सकता है, महत्वपूर्ण ये है की भारत ने ये उपलब्धि पहली बार में ही हांसिल की है, अन्य देशो ने अनेक असफल प्रयासों के बाद सफलता पायी, ये आने वाले समय के युद्ध की परिकल्पना को ध्यान में रखते हुए किया गया काम है और ये संभव हुआ हमारे रक्षा अनुसंधान DRDO एवं ISRO के सहयोग से, और एक कुशल, नीतिगत निर्णय से, वैसे 2012 में भी मनमोहन सिंह की सरकार के समय इस प्रोजेक्ट की अनुमति मांगी गई थी किन्तु उनसे ऊपर होते हुए कांग्रेसियों की महामाहिम ने इसे नकार दिया और सुरक्षा की सामरिक दृष्टि से देश को गर्त में धकेल दिया, हाँ वैसे कांग्रेसी चाहे तो इसका श्रेय नेहरू जी को दे सकते हैं क्योंकि ISRO उन्होंने ही स्थापित किया था। चलो खैर इस साहसिक कदम के लिए सभी सुरक्षा एजेंसियों, रक्षा अनुसंधानों एवं कुशल नेतृत्व को प्रणाम, और 1 घंटे के लिए दिलो की धड़कनों को बढ़ाने के लिए भी मोदी जी का आभार, पता नही विपक्ष, कांग्रेसियों, केजरीवाल और पाकिस्तानियो का क्या हाल हुआ होगा...